वह इतना सुधर गया था , गली में निकलने वालों को परेशान भी नहीं करता।
डर के मारे कोई पशु उसके पास नहीं जाते थे ।
उसकी मां अपने लंबे से सूंढ़ में लपेट कर चिंटू को जमीन पर ले आती है।
वहां अचानक ढेर सारे हिरनी का झुंड आ गया।
char dost aur shikari Panchtantra ki kahani in Hindi, 4 friends and hunter
Hindi Tale for youths with moral
राजा ने अपने भोजन से आधी रोटी और गुड़ उसको भी खिला दिया। पढ़ें
बिल्ली जिधर जिधर भागती , वह आग लगा बोरा उसके पीछे पीछे होता।
कालिया से पूरा गली परेशान था। गली से निकलने वाले लोगों को कभी भों भों करके डराता। कभी website काटने दौड़ता था। डर से बच्चों ने उस गली में अकेले जाना छोड़ दिया था।
पंचतंत्र की कहानी: प्यासा कौवा
आपके वेबसाइट को मैं बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहती हूं कि आपने इतना अच्छा लिखा और हम जैसे बच्चों को फायदा करवाया।
तीन शाही सलाहकार
एक झोंपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के सामने चुपचाप बैठे हुए थे और अंदर बेटे की जवान बीवी बुधिया प्रसव-वेदना में पछाड़ खा रही थी। रह-रहकर उसके मुँह से ऐसी दिल हिला देने वाली आवाज़ निकलती थी, कि दोनों कलेजा थाम लेते थे। जाड़ों प्रेमचंद
सिंहराज को वहां आता देख, सियारों के प्राण सूख गए।